मासिक कार्तिगाई 2021 : कब है और महत्व

मासिक कार्तिगाई 2021 : कब है और महत्व
मासिक कार्तिगाई 2021 : कब है और महत्व

कार्तिगाई, जिसे कार्तिगाई दीपम भी कहा जाता है, जब कार्तिगई नक्षत्र प्रबल होते हैं तो ये तमिल त्यौहार भगवान शिव और भगवान मुरुगन भक्तों द्वारा हर महीने मनाया जाता है। मासिक कार्तिगाई आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और श्रीलंका के हिंदुओं द्वारा सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन, लोग अपने घरों और सड़कों को शाम को तेल के लैंप या दीपम से सजाते हैं। यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। यद्यपि कार्तिगाई दिवस हर महीने मनाया जाता है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण दिन कार्तिगाई के महीने में पड़ता है। कृतिका दीपम उस दिन किया जाता है जब कृतिका नक्षत्र प्रबल होता है।

कार्तिगाई मई 2021: तिथि

कार्तिगाई दीपम का नाम नक्षत्र कार्तिकई या कृतिका से लिया गया है। इस महीने के लिए मासिक कार्तिगाई 12 मई 2021 को आज मनाई जाएगी।

कार्तिगाई 2021: समय

कार्तिगाई नक्षत्र 12 मार्च 2021 को सुबह 2:40 से शुरू होकर 13 मार्च 2021 को दोपहर 2:30 तक रहेगा।

सूर्योदय: 5:32

सूर्यास्त: 7:03

कार्तिगाई दीपम का महत्व –

वैसे तो कार्तिगाई माह की कार्तिगाई दीपम सबसे महत्वपूर्ण है, भक्त इस दिन को मासिक रूप से मनाते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार कार्तिगाई के दिन भगवान शिव की पूजा करने और दीप जलाकर उनका आवाह्न करने से जीवन से नकारात्मकता का नाश होता है, और जीवन में एक नई ऊर्जा और प्रकाश का संचार होने लगता है। भगवान शिव की कृपा से परिवार में सब कुछ कुशल मंगल रहता है।

कार्तिगाई पूजा एवं व्रत विधि

  • कार्तिगाई दीपम पूजा के दिन सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठें और इसके बाद स्नान से निवृत होकर भगवान के समक्ष व्रत संकल्प लें।

  • इसके बाद, भगवान शिव जी की पूजा-उपासना सच्ची श्रद्धा और भक्ति से करें।

  • इसके बाद पूरे दिन भगवान शिव का स्मरण करते हुए व्रत करें।

  • यदि आप दिनभर निराहार उपवास नहीं कर सकते हैं तो फलाहार कर सकते हैं।

  • शाम को शुभ मुहूर्त में दीप प्रज्वलित करके भगवान शिव की पूजा करें।

  • अगले दिन के बाद प्रातः भगवान की पूजा-पाठ करने के बाद स्वयं भोजन ग्रहण करके व्रत का पारणा करें।

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