हरियाली तीज पर कौन-कौन से होते हैं 6 श्रृंगार, क्या है इनका महत्व

हरियाली तीज पर कौन-कौन से होते हैं 6 श्रृंगार, क्या है इनका महत्व
Haryali Teej 2022: हरियाली तीज पर कौन-कौन से होते हैं 6 श्रृंगार, क्या है इनका महत्व

हरियाली तीज (Haryali Teej 2022) के दिन सुहागिन महिलायें सोलाह श्रृंगार करती हैं। सलाह श्रृंगार सौभाग्य की निशानी होती है। इस दिन महिलाएं नई साड़ी पहनकर हाथों में मेहंदी लगाकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं। हरियाली तीज का स्त्रियों को साल भर इंतजार रहता है। हरियाली तीज पर वर्षा ऋतू के प्रसन्न होने पर धरती पर हरियाली ही हरियाली दिखती है। हरियल नव सृजन की निशानी मानी जाती है और भगवान को भी नव कल्याण का देवता माना जाता है।

हरियाली तीज (Haryali Teej 2022) सावन महीने का प्रमुख त्यौहार मानी जाती है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती पहली बार मिले थे। अगर सुहागिन स्त्रियां इस दिन व्रत या पूजा करती हैं तो उनक दांपत्य जीवन सुखद रहता है। इस दिन महिलायें सोलाह श्रृंगार करती हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं इन सोलाह श्रृंगार में से 6 श्रृंगार ऐसे हैं जिनका महत्व बेहद अलग है, आइये आपको बताते हैं वो कौन से 6 श्रृंगार हैं और उनका महत्व क्या है

फूलों से श्रृंगार -

श्रृंगार में पुष्प श्रृंगार सबसे शुभ माना गया है। अगर आप फूलों से श्रृंगार (Haryali Teej 2022)करती हैं तो इस ऋतू में आने वाला आलस दूर हो जाता है और मन खुश हो जाता है। फूलों को बालों में अच्छा माना गया है। फूलों की खुशबू जीवन में ताजगी लेकर आती है।

माथे पर बिंदी या फिर टीका -

ये तो हर महिला जानती है कि जब उसे इन त्योहारों के लिए तैयार होना है तो बिंदी या टीका बेहद अहम है। लेकिन आपको बता दें, माथे पर बिंदी या टीका लगाने से सकारात्मक ऊर्जा महसूस होती है। इससे मानसिक रूप से शांति मिलती है। इस दिन आप चंदन का टीका लगाएं।

मांग में सिंदूर -

मांग में सिंदूर सुहागिन की निशानी होती है। वही अगर महिला मांग में सिंदूर (Haryali Teej 2022) लगाती है तो उसकी खूबसूरती में चार चाँद लग जाते हैं। साथ ही मांग में सिन्दूर लगाने से विद्युत् ऊर्जा को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

गले में मंगल सूत्र -

मोती और गोल्ड से सजा मंगल सूत्र या हार पहनने से ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा से आप दूर रहते हैं। वहीं प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। गले में हल्का आभूषण पहनने से ह्रदय रोग नहीं होते।

कानों में बाली -

कान में कुंडल या बाली पहनने से मानसिक तनाव (Haryali Teej 2022) नहीं होता। कान की छिदने से आंखों की रोशनी तेज होती है। सिर दर्द भी कम होता है।

हाथों में कंगन या चूड़ियां -

हाथों में कंगन या चूड़ियां पहनती हैं तो आपके शरीर में रक्त का संचार बेहतर होगा। इससे थकान दूर होती है। साथ ही हॉर्मोन भी स्थिर रहते हैं।

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