गायत्री माता हिंदू धर्म की देवी हैं। मान्यता के अनुसार गायत्री माता शक्ति का केंद्र है जिनमें सभी प्रकार की शक्तियों का समावेश है। पुराणों के अनुसार देवी गायत्री का जिक्र ब्रह्माजी की पत्नी के रूप में किया गया है।
गायत्री माता को वेद माता भी कहा जाता है। माना जाता है की इनके मंत्र जाप से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं तथा मोक्ष की प्राप्ति हो जाती हैं। अथर्ववेद में गायत्री माता को आयु, विद्या, संतान, कीर्ति, धन और ब्रह्मतेज प्रदान करने वाली कहा गया है।
ॐ के सामान है गायत्री मंत्र (Gayatri Mata Mantra)
गायत्री मंत्र को ॐ के समान ही प्रभावशाली और फलदायी माना जाता है।
ॐ भू: भुवः स्वःतत्सवितुर्वरेण्यंभर्गो देवस्य धीमहि धियो योनः प्रचोदयात्
गायत्री माता से जुड़ी मुख्य बातें (Important Facts of Goddess Gayatri)
माता गायत्री का विवाह ब्रह्माजी से हुआ था।
गायत्री माता का वाहन हंस है।
सत्य लोक में निवास करती हैं।
इनके पांच मुख तथा दस हाथ हैं।
यह सदा वेद और कमंडल धारण कर रहती हैं।
गदा, चक्र, कटार, धनुष इनका अस्त्र- शस्त्र है।