बुद्ध जयंती - Buddha Jayanti

बुद्ध जयंती - Buddha Jayanti

वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस दिन के प्रवर्तक  गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। गौतम बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम था। एक राजवंश में पैदा होने के बाद भी उन्होंने समस्त सांसारिक सुखों को त्याग कर कठिन तपस्या के बल पर ज्ञान प्राप्त किया। ज्ञान प्राप्ति के बाद ही सिद्धार्थ गौतम "गौतम बुद्ध" बने। बुद्ध पूर्णिमा (Budhpurnima)

वर्ष 2022 में बुद्ध पूर्णिमा सोमवार, 16 मई को मनाई जाएगी। भगवान बुद्ध की शिक्षाएं (Teachings of Lord Buddha)

गौतम बुद्ध ने ही "बौद्ध" धर्म की स्थापना की थी। "बुद्धं शरणम गच्छामि, धम्मं शरणम गच्छामि संघम शरणम गच्छामि" यानि मैं बुद्ध की शरण लेता हूं, धर्म की शरण लेता हूं और संघ की शरण लेता हूं यही बौद्ध धर्म का मूल सार है। भगवान बुद्ध की शिक्षाएं इंसान को सदैव धर्म और कर्तव्य की राह पर चलने की प्रेरणा देती हैं। भारत में सारनाथ और बोध गया बौद्ध धर्म के श्रद्धालुओं के लिए तीर्थ समान हैं। भगवान बुद्ध के बारे में जानने के लिए क्लिक करें:

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